NTA Exams 2025: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की परीक्षाओं में सुधार के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट 21 अक्टूबर के बाद जारी होने की उम्मीद है। हालांकि, आजकल NTA परीक्षाओं को लेकर छात्रों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है। NTA सूत्रों के मुताबिक, जब तक कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नई गाइडलाइन जारी नहीं हो जाती, तब तक यह तय नहीं किया जा सकता कि कौन सी परीक्षा कंप्यूटर के जरिए होगी और कौन सी परीक्षा पेन और पेपर के जरिए होगी।
इसके अलावा, NTA ने परीक्षा की सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए एक नई एजेंसी नियुक्त करने का निर्णय लिया है और इस उद्देश्य के लिए एक टेंडर भी जारी की गई है। प्रत्येक परीक्षा कक्ष में 24 अभ्यर्थियों के लिए एक निगरानी कैमरा अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे निगरानी और पारदर्शिता बढ़ेगी।
यूजीसी NET और NEET परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों के कारण एनटीए जांच के दायरे में आ गया है और मामला अदालत में भी है। इसे देखते हुए 22 जून को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने NTA में परीक्षाओं के प्रदर्शन और प्रक्रिया में सुधार के लिए सात सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। हालांकि, इस कमेटी को पहले दो महीने और फिर 30 सितंबर तक अपनी रिपोर्ट देनी थी, लेकिन अब रिपोर्ट 21 अक्टूबर के बाद आने की संभावना है।
NTA Exams 2025 Pattern
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या भविष्य में सभी परीक्षाएं जेईई मेन की तरह कंप्यूटर आधारित होंगी? NEET जैसी महत्वपूर्ण मेडिकल प्रवेश परीक्षा पेन और पेपर मोड में आयोजित की जाती है, जिससे भविष्य में परीक्षा के प्रारूप को लेकर छात्रों में भ्रम पैदा होता है।
करियर काउंसलर आलोक बंसल ने सवाल उठाया कि जो छात्र 2025 में परीक्षा देंगे, उन्हें परीक्षा पैटर्न और दिशानिर्देशों के बारे में अभी से पता होना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि मेडिकल विश्वविद्यालयों में 2024 तक कुछ सीटें खाली रहेंगी, जबकि प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक है।
NTA की स्थापना 2017 में शिक्षा मंत्रालय के तहत एक स्वतंत्र संगठन के रूप में की गई थी। एनटीए पर प्रवेश परीक्षा के साथ-साथ प्रशासनिक पदों के लिए परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी है, जिससे उसका कार्यभार काफी बढ़ गया है। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के पहले संस्करण में छात्रों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा और उसके बाद भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं। समिति को इस बात पर विचार करना होगा कि NTA पर कार्यभार को कैसे संभाला जाए और कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।